फलदान गीत
- rajaramdsingh
- Jun 28, 2023
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Updated: Oct 12, 2023
धोती कुर्ता पाग पहिड़ी,
नवीन परिधान।
एलखिन पाहुण यौ, 2
चढ़बई लय बउआ कय फलदान।। 2
अबियउ न दादा अबियउ ,
पंडित कय जल्दी बजबियौ।
माली सअ माला मंगा कअ,
पूजा सामान सजबियउ।।
करियउ गणपति कय आह्वान,
घर गोसाई कय गुणगान,
एलखिन पाहुण यौ,2
चढ़बई लय बउआ कय फलदान।।2
दादी ज़ी जल्दी अबियउ ,
माई कय मान बढ़बियौ ।
गाँवकय गीतहारीन लय,
बढ़ियाँ बिछौन बिछबियौ।
करियउ हुनक़र खूब सम्मान,
गयथिन सबमिल मंगलगान l
एलखिन पाहुण यौ 2
चढ़बई लय बउआ कय फलदान।।2
अउंठी चेन सूट लयलखिन,
बाटा कय बूट लयलखिन।
भरि भरि मिष्ठान देखू,
फल भरपूर लयलखिन।।
बउआ हाथ में दही पान ,
बढ़बई दूर्वाक्षात सम्मान ।
एलखिन पाहुण यौ, 2
चढ़बई लय बउआ कय फलदान।।2
बहिन चाची बुआ आबू ,
मौसी मामी डाला सजाबू।
गीत रघुवंशी कय गा,
सभ केउ खुशियाँ मनाबू ।।
करियउन लालन कय चूमावन
लअ कअ हल्दी दुभ धान ।
एलखिन पाहुण यौ, 2
चढबई लय बउआ कय फलदान।।2
धोती कुर्ता पाग पहिड़ी,
नवीन परिधान।
एलखिन पाहुण यौ, 2
चढ़बई लय बउआ कय फलदान।।2
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राजाराम रघुवंशी, 27 जून 2023
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